योग दिवस पर निबंध 2023 | अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस | Yoga Essay in Hindi | Yoga Diwas Essay Hindi | PDF Download

b l kumawat

Yoga Diwas Essay
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योग दिवस पर निबंध 2023 | अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस | Yoga Essay in Hindi | Yoga Diwas Essay Hindi | PDF Download

Yoga Day, Yoga Diwas

दोस्तो किसी ने बिल्कुल सही कहा है, जो व्यक्ति नियमित योग करता है, वह हमेशा स्वस्थ और रोगमुक्त रहता है । जैसा की आप सभी जानते है कि Yoga हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है। योग न केवल स्वस्थ शरीर के लिए बल्कि एक स्वस्थ मन के लिए भी बहुत आवश्यक है । तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको योग दिवस पर निबंध (Yoga Diwas Essay Hindi) प्रस्तुत कर रहे है, जिसमे आपको निबंध का हिंदी PDF प्रारूप तो मिलेगा ही लेकिन इसके साथ ही अगर आप Class 4 से लेकर 10 Class तक के स्टूडेंट है तो आप इसे आसानी से उपयोग में भी ले पाएंगे ।

यह निबंध आपको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2023 (International yoga Day) पर भाषण देने अथवा अन्य किसी भी कंपीटिशन में हिस्सा लेने के लिए बेहद उपयोगी रहेगा। आपकी सहायता के लिए हमने Yoga Essay in Hindi PDF प्रारूप में भी योग से जुड़ी जानकारियां अपलोड की है जिसे आप आसानी से समझ पाएंगे। इसके साथ ही हमने  योग पर निबंध 150 और 200 शब्दों के प्रारूप में भी लिखा है, जिसे आप स्कूल या कॉलेज प्रोजेक्ट्स में भी उपयोग में ले सकते है। तो आज का आर्टिकल आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है तो इसलिए आप इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े.

“जिसने योग को अपनाया
उसने रोग को हमेशा के लिए
 दूर भगाया।”

Yoga Essay in Hindi

तो आज के इस लेख में हम आपके लिए योग पर हिंदी में निबंध (Essay in Hindi on yoga) लिखेंगे। योग पर लिखा हुआ यह निबंध school के विद्यार्थियों के साथ collage students के लिए भी बहुत उपयोगी है । Yoga Essay in Hindi को आप अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए भी उपयोग में ले सकते है। इसके साथ ही Yoga Diwas Essay Hindi PDF प्रारूप भी हम आपको उपलब्ध करवा रहे है। जिसे सही और सटीक तरह से समझना आपके लिए बहुत आसान हो जाएगा। योग के अर्थ से लेकर योग की क्रियाएं और प्रमुख योगासन जैसे विषयों को भी हम आज के इस लेख के माध्यम से आपको विस्तारपूर्ण बताएंगे

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Yoga Diwas 2023 बारे में तो सभी बात करते है लेकिन क्या आप ये जानते है कि आखिर किसने शुरआत की थी Yoga Diwas की? और कितने सालों से चली आ रही है ये योग की परंपरा? योग की कितनी क्रियाएं है? और कौनसे प्रमुख योगासन है? जैसे कई तरह के सवाल आपके दिमाग में भी जरूर उठ रहे होंगे तो आज का हमारा ये आर्टिकल Yoga Par Nibandh आपके लिए ही है । तो चलिए शुरू करते है …..

योग दिवस पर निबंध 2023 | Yoga Par Nibandh Hindi

Yoga वह क्रिया है जिसमें शरीर के विभिन्न भागों को एक साथ लाकर शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को सन्तुलित करने का कार्य किया जाता है। Yoga हमारी हेल्थ को स्वस्थ रखने के साथ साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखने में बहुत बड़ी मदद करता है । गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति अगर योग नियमित करे तो उसकी बीमारी का अंत भी जल्द ही हो सकता है। परंतु इसको करने के नियम भी आपको सही और सटीक आने चाहिए।

अगर योग के नियम का सही ज्ञान अगर हमे नहीं है तो उसका उल्टा असर हमारे शरीर पर दिखने लगेगा। ऐसा नही हो कभी इसके लिए आपको सही गुरू मिलना बेहद जरूरी है। yoga करने से मनुष्य का शरीर लचीला हो जाता है और वह अपने शरीर को जैसे चाहे मोड़ सकता है। इसके साथ ही योग को नियमित करने से कईं बीमारियाँ जैसे:- ह्रदय रोग, रक्तचाप की समस्या, आदि का निवारण किया जा सकता है।

हर इंसान के जीवन में योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है . इससे न केवल शरीर की बीमारियों से बल्कि मानसिक परेशानियों से भी छुटकारा पाया जा सकता है। योग  मन, मस्तिष्क और आत्मा को एक साथ लाने में सक्षम होता है। योग का सामान्य भाव जुड़ना है या ये भी कहा जा सकता है कि दो तत्वों का मिलन ही योग कहलाता है। अगर आपको लगता है कि शरीर को मोड़ना योग है, तो आपको बता दें कि यह सिर्फ शरीर को अतरंग तरीके से मोड़ने तक ही सीमित नहीं है। बल्कि यह तो अपने मन शरीर और श्वास की देखभाल के लिए भी किया जाता है। जब इसे सही तरीके से करने की प्रक्रिया हमे आ जाए, तो समझो कि हम योग की कला में निपुण हो गए है। 

योग का महत्व | Yoga Ka Mahatva

माना जाता है कि उत्तर भारत में सिंधु-सरस्वती सभ्यता ने 5000 साल पहले इस अनूठी कला की शुरूआत की थी। और पहली बार ऋग्वेद में इस अवधि का उल्लेख किया है। हालांकि आपको बता दे कि योग की पहली सही और सटीक प्रस्तुति शास्त्रीय काल में पन्तजलि (Patanjali) द्वारा की गई है । यही वजह है कि महर्षि पतंजलि औपचारिक योग दर्शन के जनक माने जाते हैं। वही हिन्दू धर्म में साधु, संन्यासियों द्वारा योग की कला को शुरू से ही अपनाया जा रहा है। बस आम लोगो में इस कला का विस्तार अभी हाल ही में हुआ  है । लेकिन फिर भी देशभर के अधिकांश लोग योग के महत्व को समझते हैं।

यही कारण है कि बड़े पैमाने पर लोगो द्वारा योग को अपनाया जा रहा है। तो आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपके लिए योग दिवस पर निबंध (Essay in Hindi on yoga) प्रस्तुत करेंगे जिसमे योग के प्रकारों के साथ साथ विभिन्न प्रकार के आसनों का भी विस्तारपूर्ण विवरण करेंगे । इसके साथ ही आपके लिए Yoga Par Nibandh 150 एवं 200 शब्दों में भी प्रस्तुत किया जा रहा है जिसे 3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 के स्टूडेंट्स भी आसानी से समझ पाएंगे ।

Yoga Day Essay in 150 Words | योग पर निबंध 150 शब्दों में

इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको योग पर निबंध 150 शब्दों में (Yoga Diwas Essay 150 words) प्रस्तुत कर रहे हैं। जो आपके लिए अतिउपयोगी हैं। मन-शरीर को संतुलित करके प्रकृति से जुड़ने के लिए योग सबसे अनूठी क्रिया है। Yoga तनाव और चिंता को कम करता है। योग करने से कईं बीमारियाँ जैसे:- ह्रदय रोग, रक्तचाप की समस्या, आदि का निवारण किया जा सकता है। योग करने से कभी भी मोटापा नहीं आता है और आपका शरीर जल्दी से थकता भी नहीं है। और सबसे बड़ी बात की जहा इंसान आज की रोजमर्रा जिंदगी में परेशान है वहा यही yoga इन छोटी और बड़ी परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है। 

वैसे तनाव का होना इन दिनों एक आम बात है इससे मन और शरीर दोनो पर बुरा प्रभाव पड़ता है। तनाव के कारण लोगों को सिरदर्द,पेट दर्द,पीठ दर्द, अनिंद्रा, क्रोध, तेजी से ह्रदय का धड़कना जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन सभी प्रकार की समस्याओं के लिए योग एक प्रभावी क्रिया है क्योंकि इंसान को तनाव कम करने के साथ ही शरीर की कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है। योग बहुत सुरक्षित क्रिया है जिसे बच्चों और बूढों द्वारा भी अभ्यास के साथ किया जा सकता है। इसमें कोई किसी तरह की मशीन का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि Yoga केवल शरीर की हरकतें हैं। योग न केवल मन को आराम देता है बल्कि शरीर को भी लचीलापन देता है।

योग पर निबंध 200 शब्दों में | Yoga Diwas Nibandi 200 Words

अब हम यहां आपको योग पर निबंध 200 शब्दों में (Yoga Diwas Essay 200 words) शब्दों में प्रस्तुत करने जा रहे हैं जिसे आप अपने स्कूल या कॉलेज में प्रोजेक्ट के लिए या कंपटीशन के लिए भी उपयोग में ले सकते है। 

Yoga एक ऐसी परंपरा है जो हजारों वर्ष से चली आ रही है ,पुराने लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए और लंबे समय तक जीने के लिए और गहन चिंतन के लिए योग की आवश्यकता पड़ती थी। इतना ही नहीं योग इन लोगों की एक तरह से आदत भी बन चुकी थी। हालांकि अब अधिकांश लोग अपने बिज़ी स्कैड्यूल के बाद भी योग के लिए समय निकाल ही लेते हैं यही कारण है कि आज Yoga हर जगह इतना लोकप्रिय होता जा रहा है।

क्योंकि लोगो का मानना है कि योग करने से शरीर, मन और आत्मा का संतुलन प्राप्त होता है। सुबह सुबह ध्यान करने से मनुष्य का मन और शरीर में सामंजस्य बना रहता है । योग व्यायाम का एक हिस्सा है जो कि शरीर और मन को नियंत्रित करके जीवन जीने की कला सिखाता है। इसके साथ ही लोगों को स्वस्थ जीवन और लंबे जीवन जीने में सहायता प्रदान करता है।

योग पर निबंध कक्षा 4,5,6,7,8,9,10 | Yoga Diwas Essay Class 4th to 12th

योग पर निबंध कक्षा 4,5,6 से लेकर 12 तक विद्यार्थियों को अक्सर प्रतियोगिता के लिए दिया जाता है।जब उन्हें प्रतियोगिता में निबंध (Yoga Diwas Essay in Hindi) देखने के लिए कहा जाता है तब आपके सामने एक सामान्य सी समस्या आती है कि वह ये सारी इनफॉरमेशन को वह कहां से निकालें। तो विद्यार्थियों की समस्याओं को देखते हुए हम लोगो ने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको International Yoga Diwas Essay in Hindi PDF उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसमें योग से जुड़ी हुई सारे विषय जैसे योग की क्रियाएं,उपयोगिता और योग के प्रमुख योगासन का विस्तारपूर्ण विवरण दिया है। आप इसे डाउनलोड करके अपने स्कूल या कॉलेज में कंपटीशन फाइट करने के साथ साथ प्रोजेक्ट्स भी बना पाएंगे। और हमे पूरा विश्वास है कि यह Yoga Day Essay Class 4,5,6,7,8,9,10,11,12th के विद्यार्थियों के लिए उपयोगी साबित होगा ।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर निबंध

अब इस आर्टिकल के माध्यम से हम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर (International Yoga day Essay in Hindi) निबंध प्रस्तुत करने जा रहे हैं जिसमें हम योग की क्रियाएं प्रमुख योगासन योग की उपयोगिता से संबंधित सारी जानकारी आपको विस्तार पूर्ण देंगे ।

प्रस्तावना 

जैसा की आप सभी जानते हैं की पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (international yoga day) पूरे विश्व में 21 जून 2015 को धूमधाम से मनाया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस दिन लाखों-करोड़ों लोगों ने विश्व भर में सामूहिक रूप से योग किया जो कि एक बहुत बड़ा रिकॉर्ड था। हमारे देश के माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ही इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की पहल की थी।

आपको बता दे कि मोदी जी ने सितंबर 2014 में राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान इस सुझाव का प्रस्ताव रखा था। और इस सुझाव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपना सुझाव देते हुए कहा कि योग दिवस(yoga diwas) को 21 जून को मनाया जाना चाहिए ,क्योंकि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है ।

संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए  प्रस्ताव पर गौर किया गया और काफी विचार के बाद इसे मंजूरी दी गई । जिसके चलते पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (international yoga day) 21 जून 2015 को मनाया गया।

भूमिका

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ( international yoga day)पर सारे देशों के लोग सामूहिक रूप से योग करते नजर आते है । इसी के साथ सभी जगह योग शिविर का भी आयोजन किया जाता है । लाखो की संख्या में लोग इस दिन इन योग शिविरों में पार्टिसिपेट करते है। और बड़े ही उत्साह के साथ योग पर विचार विमर्श भी करते है। इस प्रकार देश में बड़े पैमाने पर इसे मनाया जाता है । योग इंसान के मन, शरीर और आत्मा को एकाग्र करने के योग्य बनाता है । योग से न केवल हम फिजिकली स्वस्थ रहते है बल्कि योग हमे mentally भी स्ट्रॉन्ग करता है । इस अनोखे आनंद को पाने के लिए हो अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (international yoga day) मनाया जाता है।

Yoga Diwas in Hindi | योग का अर्थ

योग, संस्कृत के यज् धातु से बना है, जिसका अर्थ है, संचालित करना, सम्बद्ध करना, सम्मिलित करना अथवा जोड़ना। यानी कीशरीर एवं आत्मा का मिलन ही योग कहलाता है। योग शरीर और आत्मा जोड़े रखने की एक प्रक्रिया है। योग प्राचीन समय में भारतीय समाज में ही फैला हुआ था परंतु आधुनिक समय में यह समूचे विश्व में पहुंच चुका है और आज हर देश में योग के संबंध में शैक्षणिक, कार्य किए जा रहे हैं साथ हर देश में योग प्रशिक्षण अपने चरम सीमा पर है।

योग की उपयोगिता 

मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हमारे जीवन में योग अत्यन्त उपयोगी है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में मनुष्य में शारीरिक विकासके साथ-साथ मानसिक विकास में बहुत बढ़ोतरी हुई है और इसके साथ ही दवाइयां जो कि केमिकल से बनी होती है ,ऐसी स्थिति में योग एक ऐसा प्राकृतिक उपाय है जो मनुष्य को न केवल निरोगी बनाता है बल्कि किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। इस आधुनिक युग में मनुष्य को अपने शरीर को छोड़कर हर चीज के लिए समय है ऐसी स्थिति में यदि कोई भी मनुष्य सुबह के कुछ घंटे ही जब योग के माध्यम से अपने शरीर को देता है तो ना केवल वह शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हैं उनकी कार्यशैली में भी व्यापकता आती है।

इसी के साथ योग से मनुष्य न केवल स्वस्थ रहता है बल्कि तनावमुक्त जीवन भी जीता है। इसलिए हमारे जीवन में मानसिक , शारीरिक, और बौद्धिक आज के लिए योग अति आवश्यक है।मानव शरीर के कई ऐसे हैं जो निरंतर कार्य करते हैं जिसमें हमारा रहे हैं जो निरंतर कार्य करता है ऐसी स्थिति में योगी एक ऐसा उपाय है जो हृदय को स्वस्थ तथा गतिशील कार्य करने के लिए मजबूत बनाता है। तो एक तरह से देखा जाए हमारे दैनिक जीवन yoga  कितना उपयोगी है ।

योग क्रियाएं

पूर्ण शुद्धि के लिए योग में 6 क्रियाएं निम्न लिखित है। 

1. नेति – नासिका मार्ग और नासिका को शुद्ध करें

योग में नेति क्रिया

2.कपालभाति – मस्तिष्क को शुद्ध करने के लिए मस्तिष्क की कोशिकाओं को सक्रिय करना।

3. त्राटक – अपने दृश्य तंत्र को शुद्ध करें

4. नौली – महत्वपूर्ण आंतरिक अंगों की सफाई

5. धौति – आंतों की शुद्धि

6. वस्ति – योगिक एनीमा से मलाशय को साफ करें

प्रमुख योगासन

योग के प्रमुख आसन इस प्रकार है जो अधिकांश लोगो द्वारा किए जाते है ।

  • अर्धमत्स्येन्द्रासन
  • बद्धपद्मासन
  • भद्रासन
  • भुजंगासन
  • चक्रासन
  • धनुरासन
  • गोमुखासन
  • हलास
  • अंजलिमुद्रा
  • अर्धचन्द्रासन
  • अर्धमत्स्येन्द्रासन
  • बद्धगोमुखासन
  • भरद्वाजासन
  • भुजंगासन
  • भुजपीडासन
  • गर्भासन प्रमुख है। 

उपसंहार

योग विश्व को भारत की सौगात है। मनुष्य के शरीर को स्थिरता और सुखद अनुभव योग के माध्यम से दिया जा सकता है ।योग मानव शरीर को स्वस्थ रखने का अनूठा तरीका है  योग शारीरिक अवस्था के साथ-साथ मानसिक अवस्था को भी स्वस्थ एवं तंदुरुस्त बनाता है।

आज की आवश्यकता को देखते हुए योग शिक्षा की बेहद आवश्यकता है। क्योंकि कहा जाता है” पहला सुख निरोगी काया”. इसलिए यदि मनुष्य का शरीर स्वस्थ है तो वह दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है। आज विश्व में बढ़ प्रदूषण प्रदूषण और मानसिक विकारों के निदान के लिए योग एकमात्र ही उपाय हैं।

योग पर निबंध 10 लाइन | Yoga Diwas Essay 10 Lines

1. आसन करने के लिए शांत स्वच्छ एवं खुले स्थान का चयन करना चाहिए।

2. योगा करते समय हल्के तथा ढीले वस्त्र पहने चाहिए

3. योग एक अभ्यास है जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया जाना चाहिए और निरंतरता ही इसकी सही परिभाषा है परिभाषा।

4. योग मनुष्य के शरीर और मानसिक रूप से मजबूत तथा स्वस्थ बनाता है।

5. योग करते समय थोड़ी  देर के लिए विश्राम भी आवश्यक है जो योगासन करते समय आपके मन को  शांत करता है।

6. योग प्रसन्नता से एवं एकाग्रता से किया जाना चाहिए योग करते समय बातचीत नहीं करना चाहिए।

7. योग करने के लिए उत्तम समय प्रातः काल या सायकाल है परंतु योग करते समय पेट खाली रहना चाहिए।

8. योग एक साधना है जिसे पूर्ण एकाग्रता तथा स्थिरता से किया जाना चाहिए।

9. योग एक प्रक्रिया है जिसे पहले सरल आसन से प्रारंभ करना चाहिए और अभ्यास के आधार पर ही इसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए.

10. सामान्य तौर पर योग करने के बाद आधे घंटे तक ना तो स्नान करना चाहिए ना कुछ खाना चाहिए।

Yoga Diwas Essay Hindi PDF

Yoga Par Nibandh से जुड़ी और भी कई जानकारियां आप नीचे दिए गए Yoga Diwas Essay PDF को डाउनलोड करके प्राप्त कर सकते है ।

FAQ’s Yoga Diwas Essay Hindi | योग दिवस पर निबंध

Q. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कब मनाया जाता है?

Ans. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (international yoga day) हर साल 21 जून को मनाया जाता है।

Q. योग का क्या अर्थ है,?

Ans. योग, संस्कृत के यज् धातु से बना है, जिसका अर्थ है, संचालित करना, सम्बद्ध करना, सम्मिलित करना अथवा जोड़ना। यानी की शरीर एवं आत्मा का मिलन ही योग कहलाता है।

Q. औपचारिक योग दर्शन के जनक कौन हैं?

Ans. महर्षि पतंजलि औपचारिक योग दर्शन के जनक माने जाते हैं।

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