मौसम में बदलाव होते ही इंफेक्शन से होने वाली बीमारियां फैलने लगती है, जिनमें सर्दी, खांसी, बुखार आम है। इन दिनों H3N2 वायरस (H3N2 Virus) का इंफेक्शन कुछ ज्यादा ही खतरनाक बताया जा रहा है। सरकार भी इसे लेकर काफी चिंतित है, वायरस को लेकर कई एडवाइजरी भी जारी की गयी है। H3N2 वायरस से देश में अबतक दो मौतें भी रिकॉर्ड की गयी है। आज हम आपको आर्टिकल में H3N2 इंफ्लुएंजा को लेकर जानकारी देने जा रहे है। जिसमें हम H3N2 वायरस क्या है? (H3N2 Virus Kya Hai) H3N2 के लक्षण, एच-3 एन-2 का टेस्ट कैसे करवाये, जैसी कई जानकारियां देने वाले है तो ऐसी सभी जानकारियों के लिए आखिर तक ये आर्टिकल जरूर पढ़े।
H3N2 Virus Kya Hai
वायरस का नाम | H3N2 Virus |
किस्म (टाइप) | A वायरस का सबटाइप |
H3N2 वायरस खोजा गया | 1968 में खोज |
H3N2 वायरस से हुई मौतें | 2 (देश में हरियाणा और कर्नाक) |
संक्रामक | हां |
H3N2 वायरस क्या है? | H3N2 Virus Kya Hai in Hindi
H3N2 इंफ्लुएंजा A वायरस का सबटाइप है। कोरोना वायरस के कम होने के बाद अब एच-3 एन-2 इंफ्लुएंजा का खतरा बढ़ने लगा है। यह वायरस पक्षियों और दूसरे जानवरों से म्यूटेट होकर इंसानों में फैला है। वायरस से हरियाणा और कर्नाटक में एक एक मौत के मामले सामने आ चुका है। H3N2 इंफ्लुएंजा की खोज 1968 में हुई थी। आईएमए ने अपने बयान में कहा है कि यह एक मौसमी इंफेक्शन है।

H3N2 का फुल फॉर्म | H3N2 Full Form
एक्सपर्ट के अनुसार H3N2 इंफ्लुएंजा A वायरस का सबटाइप है। मौसमी इंफ्लुएंजा तीव्र श्वसन संक्रमण है। इंफ्लुएंजा वायरस के कारण होता है। मौसमी इंफ्लुएंजा 4 प्रकार का होता है। ए, बी, सी और डी जिनमें ए और बी वायरस फैलते है और मौसमी महामारी का कारण बनते है। H3N2 में का मतलब HA हेमाग्लगुटिनिन और NA का मतलब न्युरोमिनिडेस होता है।
H3N2 वायरस के लक्षण | H3N2 lakshan
वायरस के लक्षण (H3N2 symptoms) तेजी से फैल रहे H3N2 वायरस से बचना और सही समय पर इलाज होने के लिए इसके लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है। आपको बता दे, कि एच-3 एन-2 से इंफेक्टेड लोगों में शुरूआत में बुखार, गले में खराश या खांसी होती है, साथ ही मरीजों को सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है। मरीज को उल्टी, चक्कर आना जैसी समस्या हो सकती है। इसके साथ ही ये भी परामर्श दिया जा रहा है कि सर्दी से परेशान लोग एंटिबायटिक नहीं ले। इस बीमारी में तेज बुखार, शरीर में दर्द, गले में दर्द, तेज सरदर्द, तेज खांसी और सर्दी जुकाम फेफड़े जाम पड़ जाने से परेशानियां होती है।
H3N2 वायरस का टेस्ट कैसे कराए
H3N2 virus test:- पिछले 2-3 महीने से H3N2 वायरस काफी प्रचलन में है। यह वायरस आमतौर पर 5-7 दिनों तक रहता है। IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने अपने बयान में कहा है कि यह एक मौसमी इंफेक्शन है। इसके टेस्ट की बात करें तो कोरोना की तरह ही इसका भी टेस्ट होता है। नाक और गले के सैंपल लेकर इसकी रिपोर्ट तैयार होती है।
बढ़ते केस के चलते सरकार इस वायरस को लेकर काफी चिंतित है। आईडीएसपी (integrated disease surveillance program) नेटवर्क के जरिए स्वास्थ्य मंत्रालय इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है। साथ ही आईसी एमआर (इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च) ने इसके लिए स्वास्थ्य एडवाइजरी भी जारी की है।
H3N2 वायरस से बचने के उपाय (H3N2 precaution)
15 दिसंबर के बाद H3N2 के मामले तेजी से बढ़ें है। आईमए ने एच् 3 एन 2 वायरस इंफेक्शन होने पर एंटीबायोटिक ना लेने की सलाह दी है, ऐसे में कुछ घरेलु उपाय कर इससे बचा जा सकता है।
- तरल पदार्थों में हल्दी डाल कर ले।
- विटामिन सी भरपूर चिजें खाए जिससे इम्युन सिस्टम मजबूत हो और यह खांसी सर्दी पैदा करने वाले वायरस से भी बचाती है। जिसके लिए आंवला, संतरा, नीबू का सेवन करें।
- अदरक एक पावरफुल जड़ीबूटी है। बुखार, सर्दी होने पर इसका सेवन भी करना चाहिये। इसके लिए अदरक की चाय या अदरक का पानी ले सकते है।
- गरम पानी के गरारे करें। इससे गले का संक्रमण कम होता है।
- शहद और तुलसी का सेवन करे, इसे काढ़े में या चाय में प्रयोग भी कर सकते है। इससे खांसी रोकने में मदद मिलेगी।
- मोटे या गरम कपड़े पहनने के बजाय, हल्के कपड़े पहने व गरम पानी से नहाए।
FAQ’s H3N2 Virus Kya Hai
Q. क्या H3N2 वायरस संक्रमण से फैलता है?
हां, H3N2 वायरस संक्रमण से फैलता है। मास्क आदि का प्रयोग कर संक्रमण से बचा जा सकता है।
Q. H3N2 वायरस के लक्षण कब तक बने रहते है ?
H3N2 वायरस के लक्षण कम से कम 5-7 दिन तक रहते है। मरीज में मुख्य रूप से सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द की समस्या रहती है।
Q. H3N2 वायरस से अब तक देश में कितनी मौते हुई है?
H3N2 वायरस से अब तक देश में दो मौतें हुई है। जो एक कर्नाटक व एक हरियाणा में होना बताया गया है।