Motivational Story in Hindi कम्पनी को बचाया

दोस्तों हर व्यक्ति अपने जीवन में सर्वश्रेष्ठ अपने नाम को मानता है लोग अपने नाम को सम्मान के साथ लें ऐसा सभी चाहते हैं कोई व्यक्ति अगर अपनी पहचान बनाता है तो उसके लिए जीवन स्वर्ग से कम नहीं होता पर अगर पहचान पर दाग लगने की बात होने लगे तो कितना बुरा लगता है आइए रूबरू होते हैं  एक ऐसी कहानी से..              (Motivational Story in Hindi)

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दोस्तों यह कहानी किसी की निजी जिंदगी व प्रतिष्ठा से संबंध रखती है यह एक कंपनी की कहानी है बहुत सालों से मेहनत कर शर्मा जी ने अपने सपनों की दुनिया में खूब आनंद के साथ अपने सेल्स की कंपनी को ऊँचाइयों पर पहुंचाने में पूरी ताकत लगा रखी थी और उन्होंने अपनी कंपनी को आज एम एन सी के स्थान पर पहुंचा कर बहुत खुश थे और कहते हैं कि जब ख़ुशियों को ग्रहण लगता है तो चारों तरफ से लगता है

शर्मा जी के साथ भी कुछ ऐसा ही होना था शर्मा जी की कंपनी का काम उनके ही चाहने वालों को पसंद नहीं आया और उन्होंने  बजाय अपने काम को बढ़ाने के शर्मा जी की कंपनी की जड़े खोदना शुरू कर दी पर विरोधियों को कुछ ऐसा नहीं मिला जिससे शर्मा जी की कंपनी को कोई आंच भी आये अब विरोधियों ने कुछ गलत करते हुए उनकी साख पर दाग लगाने की तैयारी करने लगे इस बार विरोधियों को सफलता मिलने लगी

उन्होंने धीरे-धीरे लोगों में भ्रम फैलाना शुरू किया कुछ उसी नाम के नकली प्रोडक्ट वह नकली प्रचार करने लगे एक बात तो हमेशा से ही है बुराई बहुत जल्दी फैलती है शर्मा जी की कंपनी की साख गिरने लगी और कंपनी लॉस में जाने लगी शर्मा जी को चाल तो समझ आने लगी पर उनके संभालने में देर होने की वजह से कंपनी पर केश होना शुरू हो गए और कंपनी को सीज कर दिया गया

शर्मा जी को अब अपनी और कंपनी की साख बचानी थी शर्मा जी अपने और अपनी कंपनी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे कुछ दिनों बाद जिन्होंने यह षड्यंत्र किया था वे स्वयं शर्मा जी के पास मिलने आए यह मीटिंग शर्मा जी के घर पर रखी गई शर्मा जी ने इस मीटिंग की गुप्त रिकॉर्डिंग की पूरी तैयारी पहले से कर रखी थी अब विरोधियों ने शर्मा जी से कहा आपको अब हम इस मार्केट में नहीं टिकने देंगे आप अपनी कंपनी हमें दे दो हम चलाना चाहेंगे शर्मा जी ने उनसे धीरे-धीरे कुछ प्रश्नों के माध्यम से उन विरोधियों से सब उगलवा लिया और उन्होंने पूरे षड्यंत्र को शर्मा जी के सामने किताब की तरह खोल के रख दिया और कहा कि अब आपका भी जेल जाना तय है हम आपको बचा सकते हैं और कोई नहीं बचा सकता

आप यह कंपनी हमें दे दीजिए शर्मा जी ने विनम्रता के साथ कहा देखिए यह कंपनी मेरी है मैंने इसे खून पसीने से खींचा है  मैं इसे किसी भी कीमत पर सेल नहीं करुंगा व अपनी पहचान बनी इस कंपनी को कभी नुकसान नहीं होने दूंगा शर्मा जी ने कहा अब हम कोर्ट में ही मिलेंगे विरोधियों की भी पूरी तैयारी हो चुकी थी केश कोर्ट  में लड़ा जा रहा था शर्मा जी पर जितने भी आरोप लग रहे थे उन्हें वे ध्यान से सुन रहे थे

कुछ देर बाद शर्मा जी का नंबर आया शर्मा जी के पास एक महत्वपूर्ण सबूत था जिसको उन्होंने कोर्ट रूम में प्ले किया वह वीडियो  जिसमें पूरे षडयंत्र की कहानी रिकॉर्ड थी शर्मा जी ने  कोर्ट रूप में सब को दिखाया विरोधियों के संपूर्ण षड्यंत्र का पर्दाफाश हो गया अब विरोधियों के पैरों नीचे से जमीन खिसकने लगी और शर्मा जी ने अपनी कंपनी  पर दाग लगने से बचा लिया और विरोधियों को जेल जाना पड़ा

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