Self confidence quotes | आत्मविश्वास बढ़ाने का अचूक फार्मूला | अब नहीं कोई चिन्ता

दोस्तों, जीवन के कई पड़ावों पर समय की दरकार ऐसी होती है, वक्त कुछ अच्छा नहीं चल रहा होता है। इंसान को बुरे वक्त में खुद से नफरत करने के क्षण देखने पड़ते है। उस वक्त व्यक्ति अपने आप को कड़ी नफरत से देखता है | कभी कभी तो खुद को तमाचा ही जड़ लेता है। ऐसे समय में एक कला सीखना बहुत जरूरी है, वह कला है “खुद से प्यार करना” यह कला आपको स्वर्ण जैसा तपा कुंदन बना देगी, आत्मविश्वास बढ़ने लगेगा | आइए पढ़ते हैं “Self confidence quotes” जो हमे खुद से प्यार करना सिखाते हैं,आत्मविश्वास मजबूत करना सिखाते हैं | कुछ कारणों पर मुद्दा समझते हैं >>>
1. अवरुद्ध के कारण (Due to blocking)
खुद से प्यार करने का का मूल मंत्र हैं कभी भी अपने आप को नफरत से मत घुरना / देखना | परन्तु जब कार्यरत पुरुष के सामने कुछ विशेष बधायें सामने खड़ी होती है, तब रास्ते धुंधले दिखाएं देते हैं। ऐसे में उत्तेजित होना स्वभाविक है। उत्तेजना के वशीभूत होकर इंसान कुछ गलतियां कर बैठता है। वह गलती हमारे कारण हुई है, ऐसा सोचने से ज्यादा अवरोध पैदा होता है |अपने आप से एक नफरत सी होने लगती है | ऐसे वक्त में धैर्य की आवश्यकता होगी . कुछ गलतियां ऐसी होती है जो खुद को सजा देने पर भी अवरोध पैदा करती है। कोशिश करें की कभी अवरुद्ध उत्पन्न हो भी तो शांत मन क सारथि बनाये |
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2. आकांक्षाओं का विक्षिप्त होना (Deranged aspirations)
हर एक व्यक्ति सफलता की राह पर आकांक्षाओं का बोझ अवश्य ही लेकर चलता है। और जब समय खराब हो आकांक्षाओं के पूर्ण होने पर संदेह होने लगे तब इंसान इन्हें पूर्ण न होने का खतरा जान बड़ा दुखी होता है। विचार आता है जिस कार्य को आकांक्षाओं की पूर्ति हेतु किया जा रहा है वही खतरे में है। आकांक्षाये पूरी नहीं हो सकती ऐसे में इंसान का आहत होना स्वाभाविक है। यहां पर व्यक्ति खुद को सजा देने से नहीं चूकता।
3. विश्वासघात से विक्षिप्त होना (Be deranged from betrayal)
इंसान को जीवन पथ डगर पर किसी दूसरे व्यक्ति का विश्वास ऊर्जा देता है। यह ऊर्जा जितनी मात्रा में होती है पथिक के कदमों में उतनी ही मजबूत होती है। यहां तक सब ठीक होता है। परंतु दूसरे लोग अपनी उर्जा के बदले हमारे द्वारा उत्पन्न ऊर्जा का शोषण करते हैं। तब बड़ा दुख होता है। और इनके द्वारा किया गया विश्वासघात हमारी विक्षिप्ता का कारण बनता है। यहां पर खुद से लड़ाई शुरू होती है। आखिर मैंने ऐसे इंसान पर भरोसा ही क्यों किया। ऐसे प्रश्नों से आहत व्यक्ति खुद से मुक्त होकर विमुख होने लगता है। ऐसे ही बहुत से कारणो से व्यक्ति को खुद से नफरत के कुछ पलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हमें अपने आप को संभालते हुए प्यार की चिंगारी जलाने की कला सीखनी ही होगी। जिससे हमें दूसरों की वजह से या अपनी वजह से नफरत का मौका ना मिले और मिले भी तो सहजता से ही निपटा जा सके | जो इंसान खुद से प्यार करता है वह व्यक्ति दूसरों से प्यार पाने का ज्यादा हकदार होता हैं ।
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