
आपने कभी न कभी कही न कही Marghat Wale Baba का नाम तो जरूर सुना होगा। लेकिन जो लोग नही जानते इनके बारे में हम उन्हें हम बता दे कि मरघट वाले बाबा के नाम से एक हनुमान मंदिर है। जो कि दिल्ली के सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। Marghat Wale Hanuman Ji के दर्शन के लिए काफी तादात में लोग अपनी मन्नत लिए आते है। इसकी वजह है इस मंदिर से जुड़ी कुछ ऐसी कहानियां जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। बताया जाता है कि जो व्यक्ति सच्चे दिल से मन्नत लेकर मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर के दर पर आता है वो कभी भी खाली हाथ नहीं जाता । यही कारण है जिसके चलते यहां लोग इनके दर्शन के लिए घंटो भर लाइन में खड़े रहते है ।
आखिर कौन है मरघट वाले बाबा? और क्यों प्रसिद्ध है? मरघट वाले बाबा का मंदिर? जैसे सवाल आपके भी मन में जरुर उठ रहे होंगे। तो दोस्तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको मरघट वाले बाबा से जुड़े कई ऐसे रहस्यों के बारे में बताने जा रहे है ,जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे ।तो चलिए शुरू करते है ……
मरघट वाले बाबा | Marghat Wale Baba
हनुमान जी एकमात्र ऐसे देवता हैं जो आज भी सशरीर पृथ्वी पर मौजूद हैं। कहा जाता है कि अंजनी पुत्र हनुमान चिरंजीवी हैं। वे हर युग में इस पृथ्वी पर रहेंगे। वे सतयुग में भी थे रामायण काल में भी थे और महाभारत काल में भी थे। इतना ही नही वे कलयुग में भी विराजमान है। यही वजह है कि हनुमान जी के जीवित होने के प्रमाण समय समय पर प्राप्त हुए है। जो इस बात को प्रमाणित करता है कि हनुमानजी आज भी जीवित हैं।
वे किसी न किसी रूप में आकर अपने भक्तो की रक्षा करते है।हनुमान जी का ऐसा ही एक रहस्मयी मंदिर है जिसे मरघट वाले बाबा के नाम से जाना जाता है। जिस पर लोगो की अटूट आस्था और विश्वास है। बताया जाता है कि इस मंदिर के सामने एक श्मशान घाट है। इसी कारण इस मंदिर का नाम मरघट वाले बाबा है । चलिए जानते है इनके बारे में …..
Marghat Wale Baba Kahan Hai | मरघट वाले बाबा कहा है?
मरघट वाले बाबा की रहस्यमई कहानियों के बारे में जानने से पहले आप ये जरूर जानना चाहते होंगे कि आखिर मरघट वाले बाबा कहा है? मरघट वाले बाबा हनुमान जी का मंदिर दिल्ली में स्थित है। यह मंदिर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास है। मरघट वाले बाबा मंदिर दिल्ली के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि इस मंदिर का निर्माण किसने किया था लेकिन इसके निर्माण से जुड़ी कई कहानियां मौजूद हैं।
मरघट हनुमान मंदिर कहाँ पर है?
Marghat Wale Baba का मंदिर दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित है। जो मरघट वाले बाबा हनुमान के नाम से प्रख्यात है। दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास विराजित हनुमान जी के बारे में बताया जाता है कि यहां भगवान हनुमान स्वयं साक्षात प्रकट हुए थे।
मरघट वाले बाबा कौन है?
माना जाता है कि इस मंदिर में भगवान हनुमान जी स्वयं मौजूद है। जिसका अर्थ है कि हनुमान भगवान स्वयं यहां प्रकट हुए थे। यह भी कहा जाता है कि जब भी यमुना नदी का जल स्तर बढ़ता है तो इस मंदिर में पानी आ जाता है और हनुमान भगवान की मूर्ति कंधे तक पानी में डूब जाती है।
मरघट वाले बाबा क्यों प्रसिद्ध है?
Marghat Wale Baba मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति जमीन से करीब 7-8 फीट नीचे है। पहले यह मंदिर यमुना नदी के तट पर स्थित था। समय बीतने के साथ, यमुना नदी का जल स्तर घट गया और मंदिर किनारे से दूर होता चला गया।
एक पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि जब भगवान हनुमान लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी का पहाड़ लेकर लंका जा रहे थे। तो वह दिल्ली के इसी स्थान पर कुछ देर के लिए ठहरे थे। इस मंदिर का नाम मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर इस वजह से प्रसिद्ध हुआ, क्योंकि हनुमान जब पहाड़ लेकर जा रहे थे तो उन्होंने नीचे यमुना नदी को बहते हुए देखा और यमुना जी के किनारे कुछ देर के लिए हनुमान जी ने ठहरना चाहा। लेकिन जब हनुमान नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि यहां तो शमशान घाट है और उनके यहां उतरने से बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया था। यहां उस समय हनुमान की उपस्थिति ने सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की थी।
Marghat Wale Hanuman Ji
इसके साथ ही जब भगवान हनुमान ने माता यमुना जी के दर्शन किये तो तब यमुना जी ने भी हनुमान जी को बोला कि आपके दर्शन करने में हर साल आया करुंगी और यहां आपका एक बहुत बड़ा मंदिर होगा। हर साल यमुना नदी का जल स्तर बढ़कर मंदिर तक पहुंच जाता है। निर्माण कार्य होने के बाद यमुना जी की धारा मंदिर तक नहीं आ पाई । लेकिन यहां के लोगो का कहना है कि हर थोड़े समय बाद यहां बाढ़ आती है और माना जाता है कि जब यमुना जी का हनुमान जी के दर्शन करने का मन होता है तो वह विशाल रूप लेकर मदिर में आ जाती हैं। यहां के लोगो की धारणा है कि मंदिर के सामने स्थित शमशान घाट पर जो भी आत्मा यहां अंतिम यात्रा में आती है उसे हनुमान जी मुक्ति प्रदान करते है ।
Marghat Wale Baba Mandir Timing
वही अगर हम बात करे Marghat Wale Baba Mandir Timing की तो आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस मंदिर में विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को बड़ी तादात में लोग आते हैं, इतना ही नहीं मरघट वाले बाबा के दर्शन की प्रतीक्षा में भक्त घंटो भर कतार में लगे रहते है।
उपयोगी लेख
मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर के खुलने और बंद होने का समय:
मरघट वाले हनुमान मंदिर का समय | समय |
सुबह | सुबह 6.00 बजे से 11.00 बजे तक |
शाम | 4.00 बजे से 11.00 बजे तक |
हनुमान जयंती का अवसर पर | सुबह 4:30 से 12:00 बजे तक |
Marghat Hanuman Mandir Address
मैट्रो स्टेशन: कश्मीरी गेट।
स्थान: प्रियदर्शिनी कॉलोनी, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली, दिल्ली 110006
FAQ’s Marghat Wale Baba
Q. मरघट वाले बाबा कौन है?
Ans. Marghat Baba एक हनुमान मंदिर है जो कि दिल्ली के सुप्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
Q. मरघट हनुमान मंदिर कहाँ पर है?
Ans. Marghat Wale Baba Hanuman Mandir दिल्ली के जमुना बाजार में स्थित है।
Q. मरघट वाले बाबा का इतिहास बताए?
Ans. मरघट वाले बाबा इतिहास यह है कि जब भगवान हनुमान लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी का पहाड़ लेकर लंका जा रहे थे तो वह दिल्ली के इसी स्थान पर कुछ देर के लिए ठहरे थे। इस मंदिर का नाम मरघट वाले बाबा हनुमान मंदिर इस वजह से प्रसिद्ध हुआ, क्योंकि हनुमान जब पहाड़ लेकर जा रहे थे तो उन्होंने नीचे यमुना नदी को बहते हुए देखा और यमुना जी के किनारे कुछ देर के लिए हनुमान जी ने ठहरना चाहा। लेकिन जब हनुमान नीचे उतरे तो उन्होंने देखा कि यहां तो शमशान घाट है और उनके यहां उतरने से बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया था। यहां उस समय हनुमान की उपस्थिति ने सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की थी।