चमत्कारी और महान संत नीम करोली बाबा के देश में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी कई भक्त है। बाबा के चमत्कारों के चलते ही भक्त उनके मुरीद है और देश-विदेश के कई कोने-कोने से भक्त Neem Karoli Baba Ashram बाबा का आशीर्वाद लेने आते है। बाबा के आश्रम में अपनी मुराद लेकर आने वाला कभी खाली हाथ नहीं लौटता। उत्तर प्रदेश के गांव अकबरपुर में जन्में बाबा नीम करोली ने 1964 में नैनीताल में कैंची धाम में अपने आश्रम (Ashram) की स्थापना की थी। यह आश्रम ऊंचे ऊंचे सुंदर पहाड़ों के बीच बना है।
आज हम आपको आश्रम से जुड़ी कई जानकारियां देने वाले है। जैसे की ये नीम करौली बाबा कहाँ है?, कैंची धाम कहां है, नीम करोली बाबा आश्रम किस राज्य/जिला में है, कैंची धाम आश्रम कैसे जाएँ, कैंची धाम आश्रम का इतिहास जैसी कई जानकारियां आपको देने वाले है। इन सारी जानकारी के लिए आप पूरा आर्टिकल जरूर पढ़े।
नीम करोली बाबा का स्थान कहां है? | Kainchi Dham Neem Karoli Baba Ashram
Neem Karoli Baba का समाधि स्थल नैनीताल (Nainital) के पास पंतनगर में है। यह एक ऐसी जगह है जहां अपनी मुराद लेकर गया कोई भी व्यक्ति खाली हाथ नहीं लौटता। यहां बाबा की समाधि के साथ बाबा की एक भव्य मूर्ति स्थापित की गयी है। यहां हनुमान जी की भी मूर्ती है. हाल ही में भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली (Virat Kohli) और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) ने वृंदावन में नीम करोली बाबा के समाधि स्थल के दर्शन किए थे।
लेख के बारे में | नीम करौली बाबा |
मुख्य जानकारी | नीम करौली बाबा आश्रम |
राज्य | उत्तराखंड |
जिला | नैनीताल |
आश्रम स्थापना | 1964 में |
नीम करौली बाबा आश्रम कहाँ है? | कैंची धाम नैनीताल से 17 किलोमीटर और भवाली से 9 किलोमीटर दूरी पर है. |
नीम करौली मंदिर | हनुमान जी का |
Official Website | https://nkbashram.org/ |
Click Here | |
Click Here |
बागेश्वर धाम का रहस्य क्या है? बागेश्वर धाम की सच्चाई
नीम करोली बाबा आश्रम कहाँ है? | Neem Karoli Baba Ashram Kaha Hai
बाबा का सुंदर मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। कैंची धाम (kainchi Dham) में बाबा नीम करोली 1961 में पहली बार आए थे। उत्तराखंड में हिमालय की सिल्वन तलहटी में स्थित नीम करोली बाबा कैंची धाम (Neem Karoli Baba kainchi Dham) नाम का छोटा सा आश्रम है। मंदिर के प्रांगण में भरपूर हरियाली और इसके चारों और साफ सुथरा माहौल है। यहां तक कि यहां कोई टेलीफोन लाइन नहीं है जिससे यहां बाहरी दुनिया से कोई परेशान नहीं हो सकता। कैंची धाम नैनीताल से 17 किलोमीटर और भवाली से 9 किलोमीटर दूरी पर है.
नीम करौली बाबा से जुड़े अन्य लेख भी पढ़ें
नीम करोली बाबा के चमत्कार | नीम करोली बाबा का स्थान |
नीम करोली बाबा की मृत्यु कैसे हुई? | नीम करोली बाबा के शिष्य |
नीम करोली बाबा की कहानी | इच्छापूर्ति मंत्र एवं विनय चालीसा |

नीम करोली बाबा किस राज्य/जिला में है?
बाबा नीम करोली आश्रम (Neem Karoli Baba Ashram) या यूं कहे कि कैंची धाम (Kainchi Dham Ashram) उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भवाली-अल्मोड़ा से कुछ ही दूरी पर मौजूद है। कैंची धाम नैनीताल से आगे 17 किलोमीटर है और भवाली से 9 किलोमीटर अल्मोड़ा मार्ग पर स्थित है। मंदिर हर रोज सुबह 7 बजे खुल जाता है जहां किसी भी समय जाकर मंदिर में दर्शन कर सकते है। यह मंदिर शाम को 6 बजे बंद हो जाता है। किसी के विशेष अनुरोध पर मंदिर को खोल भी दिया जाता है।
कैंची धाम आश्रम कहाँ है | Kainchi Dham Ashram
Kainchi Dham उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भवाली-अल्मोड़ा से कुछ ही दूरी पर मौजूद है। यहां बाबा नीम करोली ने आयताकार मंच पर हनुमान जी के एक मंदिर का निर्माण कराया, इसके बगल में ही कैंची धाम और भक्तों के लिए आश्रम का निर्माण कराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एप्पल के संस्थापक और बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड की कई हस्तियां भी बाबा के दर्शन के लिए उनके आश्रम पहुंच चुकी है। अमेरिकी बिजनेस टायकून और एप्पल कंपनी के मालिक स्टीव जॉब्स को भी बाबा नीम करोली के प्रति गहरी श्रद्धा है।
कुबेरेश्वर धाम कहाँ हैं? | क्यों प्रसिद्ध है
Neem Karoli Baba Ashram | Place |
नीम करौली आश्रम कैंची धाम | यहाँ देखें |
नीम करौली वृंदावन आश्रम | यहाँ देखें |
नीम करौली ऋषिकेश आश्रम | यहाँ देखें |
नीम करौली लखनऊ आश्रम | यहाँ देखें |
नीबकरोरी आश्रम | यहाँ देखें |
कैंची धाम आश्रम कैसे जाएं | नीम करौली कैसे जाए
उत्तराखंड राज्य के उत्तरी भाग के कुमाऊं क्षेत्र में काठगोदाम तक जाने के लिए उत्तर रेलवे की नियमित ट्रेनें उपलब्ध है। वहां से कैंची तक पहुंचने के लिए 2 घंटे की दूरी बस से तय करना होगी। जहां आश्रम बस स्टॉप के पास ही है. पर्यटक या तो पंतनगर तक उड़ान भर सकते हैं और फिर टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। इसके अलावा काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं और फिर नीम करोली बाबा आश्रम तक पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ली जा सकती है। आश्रम के लिए नैनीताल से निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है जो कि 37 किलोमीटर पर है कहीं बस स्टैंड की बात करें तो नैनीताल बस स्टैंड 18 किलोमीटर पर है। नैनीताल से निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा 71 किलोमीटर पर है।
कैंची धाम आश्रम का इतिहास
बाबा का असली नाम लक्ष्मीनारायण शर्मा था। उनका जन्म करीब 1900 में उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में हुआ था। 17 साल की उम्र में ही बाबा ने घर छोड़ कर साधुओं की तरह विचरण करना शुरू कर दिया था। कैंची धाम काफी प्रसिद्ध है, 1961 में वे यहां पहली बार आए और अपने पुराने मित्र पूर्णानंद जी से यहां सोमबरी महाराज और साधु प्रेमी बाबा को समर्पित एक आश्रम बनाने की इच्छा जाहिर की। इस क्षेत्र के जंगल में साफ सफाई कर आयताकार आकार में मंच का निर्माण किया। बाद में वन संरक्षक की अनुमति के बाद वन की जमीन पर पट्टा प्राप्त कर लिया। जिसके बाद आयताकार मंच पर हनुमान जी के एक मंदिर का निर्माण कराया, इसके बगल में ही कैंची धाम और भक्तों के लिए मंदिर का निर्माण कराया। 1964 में यहां आश्रम की स्थापना की।

FAQ’s Neem Karoli Baba Ashram
Q. कैंची धाम में किसका मंदिर है?
Ans. प्रसिद्ध कैंची धाम आश्रम में आयताकार मंच पर हनुमान जी का एक मंदिर है. इसके बगल में ही कैंची धाम और भक्तों के लिए मंदिर का निर्माण कराया गया है। जहां दर्शन के लिए भक्त यहां आते है।
Q. क्या कैंची धाम पहुंचने के लिए रेलवे सुविधा उपलब्ध है?
Ans. उत्तराखंड राज्य के उत्तरी भाग के कुमाऊं क्षेत्र में काठगोदाम तक जाने के लिए उत्तर रेलवे की नियमित ट्रेनें उपलब्ध है। वहां से कैंची तक पहुंचने के लिए 2 घंटे की दूरी बस से तय करना होगी। जहां आश्रम बस स्टॉप के पास ही है.
Q. कैंची धाम में मंदिर कब खुला रहता है?
Ans. मंदिर हर रोज सुबह 7 बजे खुल जाता है जहां किसी भी समय जाकर मंदिर में दर्शन कर सकते है। यह मंदिर शाम को 6 बजे बंद हो जाता है। किसी के विशेष अनुरोध पर मंदिर को खोल भी दिया जाता है।