भागवत कथा वाचक नाम लिस्ट 2023 | Bhagwat Katha Vachak List

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Bhagwat Katha Vachak List
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भागवत कथा वाचक नाम लिस्ट 2023 | Bhagwat Katha Vachak List

भागवत कथा वाचक नाम लिस्ट:- कृष्ण भक्ति ने सिर्फ देश ही नहीं विदेशों में भी अपना प्रभाव दिखाया है। इस्कॉन टेम्पल की श्रृंखला इसका एक बड़ा उदाहरण है। वहीं कृष्णलीलाओं से रूबरू कराते है, हमारे देश में विभिन्न संत और भागवत कथा वाचक। (Bhagwat Katha Vachak List) जिनके बारे में हम आज आपको बताने वाले है। जिनमें जगत गुरू स्वामी राम भद्राचार्य, जया किशोरी जी, चित्रलेखा जी, अनिरुद्धाचार्य जी, राजेन्द्र दास जी, श्याम सुंदर पाराशर जी, स्वामी अवधेशानंद गिरी जी, देवकी नंदन ठाकुर जी, मृदुल कृष्ण शास्त्री जी, गौरव कृष्ण शास्त्री जी के बारे में आपको जानकारी देंगे। तमाम जानकारी के लिए हमारा ये आर्टिकल आखिर तक जरूर पढ़े। 

भागवत कथा वाचक नाम लिस्ट 2023 | Bhagwat Katha Vachak List

भारत में अनेक भागवत कथा वाचक है, जिन्होंने सनातन धर्म को प्रत्येक हृध्य तक पहुंचाने का कार्य किया है। इस शृंखला में कुछ प्रसिद्ध नाम सामने आते है जिन्हे आप रोज सोशल मीडिया, TV प्रोग्राम में देखते है। सूची में दिए गए कथा वाचकों के नाम से साथ लघु जीवन परिचय भी दिया जा रहा है।

प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन 

सद्गुरु जग्गी वासुदेव

जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी | JAGAT GURU RAMBHADRACARYA JI  

देश के एक महान हिंदू संत व विद्वान है। जिनका नाम बड़े ही सम्मान के साथ लिया जाता है। इनका जन्म 14 जनवरी 1950 को जौनपुर, उत्तरप्रदेश में हुआ था। जगतगुरु रामभद्राआचार्य जी का नाम बीते दिनों इसलिए भी प्रकाश में आया क्योंकि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में रामलला के पक्ष में वेद पुराण के उद्धारण के साथ गवाही दी थी। जिसने फैसले का रूख ही मोड़ दिया। सबसे हैरत की बात तो यह है कि दो माह की उम्र में ही जगत गुरू ने अपनी आंखों की रोशनी को दी थी इसके बावजूद उन्हें आज 22 भाषाएं (22 language) आती है, वे 80 ग्रंथों (80 Granth) की रचना कर चुके है। वे तुलसीपीठ के संस्थापक, पद्मविभूषण, विद्वान प्रवचनकार, बहुभाषी है।

महिला कथा वाचक नाम लिस्ट

जया किशोरी जी (JAYA KISHOHRI JI)

जया किशोरी जी (JAYA KISHOHRI JI) का असली नाम जया शर्मा है और वे आधुनिक युग की मीरा के नाम से प्रसिद्ध है। उनका जन्म 13 जुलाई 1995 में राजस्थान के कुछ छोटे से गांव सुजानगढ़ (sujaangarh) में हुआ था। वे गौड़ ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बैचलर ऑफ कॉमर्स के साथ-साथ वेदों श्रीमद्भागवत गीता शास्त्रों की भी शिक्षा किशोरी जी ने ली। किशोरी जी कथावाचक और भजन गायिका हैं। भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होने के कारण उन्हें आज के युग की मीरा बाई कहा जाता है। जया किशोरी जी ने लगभग 10 वर्ष की उम्र से आध्यात्मिक चेतना की ओर अपना कदम बढ़ाया था और सुंदरकांड का पाठ प्रारंभ किया था तभी से वह कथा वाचक के रूप में प्रसिद्धि पा रही है। जया किशोरी अपने सादे व्यक्तित्व और उत्कृष्ट व्यक्तित्व शैली के चलते देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय  है। 

Jaya Kishori YouTube Channel

चित्रलेखा जी (CHITRA LEKHA JI)

देवी चित्रलेखा जी कम उम्र की आध्यात्मिक और धार्मिक कथा वाचक है। जो भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम की कथा का पाठ करती है। आपको  बता दे, देवी चित्रलेखा के जन्म के बाद कई संतों को उनके घर आमंत्रित किया गया था, तब एक संत ने कहा था कि वह एक चमत्कारी बच्ची है और निकट भविष्य में दुनियाभर के लोगों को एकमहान प्रबुद्ध व्यक्ति के रूप में आश्चर्यचकित कर देगी। इनका जन्म 19 जनवरी 1997 को (khambi village of palwal  district in hariyana) हरियाणा में पलवल के खम्बी गांव में हुआ था। 6 साल की देवी चित्रलेखा ने एक कार्यक्रम के दौरान जब उन्हे माइक में कुछ बोलने के लिए कहा गया तो उन्होंने करीब आधे घंटे तक सभी को संबोधित कर सभी को आश्चर्य में डाल दिया। 

अनिरुद्धाचार्य जी (ANIRUDDHACARYA JI )

अनिरुद्धाचार्य जी जानें माने धार्मिक प्रवचनकर्ता है। इनके प्रवचन को सुनने के लिए हजारों की भीड़ पहुंचती है। इनका जन्म 27 सितंबर 1989 में मध्यप्रदेश में दमोह जिले के रिंवझा गांव में हुआ था। श्री गिर्राज शास्त्री जी महाराज इनके गुरू है। इन्होंने अनेकों धार्मिक पुस्तक जैसे भगवत गीता, रामायण, महाभारत, जैसे ग्रंथो का अध्ययन किया है। वे स्कूली शिक्षा के बाद वृंदावन चले गए और अपने गुरू श्री गिर्राज शास्त्री जी महाराज से शिक्षा प्राप्त करने के बाद ही सनातन धर्म का प्रचार करने लगे। 

राजेन्द्र दास जी (RAJENDRA DAS JI) 

राजेंद्र दास जी बुंदेलखंड के एक जानेमाने संत है। इनका जन्म ऋषि पंचमी के दिन मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में अजंदा नामक गांव में हुआ था। इनके पिता बेहद गुणी, पवित्र, धार्मिक व संत भक्त है। राजेन्द्र दास जी महाराज काफी प्रखर प्रवक्ता है और उनके मुख से राम कथा सुनना का उच्चारण सुनना बड़े ही सौभाग्य की बात मानी जाती है। महाराज जी ने 1996 में केवल 21 गायों के साथ गौसेवा यात्रा शुरू की थी। आज इतने सालो से गौसेवा कर वे कई लोगों के दिल में अपनी जगह बना चुके है।  

Ram Katha Vachak Listप्रेमानंद जी महाराज वृंदावन
पंडोखर सरकारधीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 
बागेश्वर धाम का रहस्यप्रदीप मिश्रा
नीम करोली बाबासद्गुरु जग्गी वासुदेव

श्याम सुंदर पाराशर जी (SAYAM SUNDAR PARASHAR JI)

श्याम सुंदर पाराशर जी भागवत कथा वाचक है। वे एकमात्र ऐसे कथा वाचक है जो जिनकी कथा को सुनकर भारत ही नहीं पाकिस्तान में भी कथा वाचक तैयार हो रहे है। वे बेहद सरल भाषा में कथा कहते है। पाराशर जी का जन्म मध्यप्रदेश के ग्वालियर में पार्वती नदी के तट पर स्थित गांव भितरवार में 8 जून 1967 को हुआ था। फिलहाल महाराज जी उत्तर प्रदेश के वृंदावन में रहते है। इन्होने अपनी शिक्षा भी वृंदावन से ही प्राप्त की है। जिसके बाद रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से, भागवत महापूराण पर वाचस्पति से पीएचडी करके डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की है। 

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी (SWAMI AWADHESHANAND GIRI JI) 

स्वामी अवधेशानंद गिरी जी हिंदू अध्यात्मिक गुरू, संत, लेखक और दार्शनिक है। वे जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर है, उन्हे जूना अखाड़ा का प्रथम पुरूष माना जाता है। इनका जन्म उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के खुर्जा गांव में हुआ था। वे बाल्य समय से ही अपने पिछले जन्म के बारे में बातें करते थे। उन्होंने 17 साल की उम्र में ही घर छोड़कर सन्यास ले लिया था। स्वामी प्रतिष्ठत समनव्य सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष है। जिसमें विश्व प्रसिद्ध भारत माता मंदिर भी शामिल है। 

देवकी नंदन ठाकुर जी (DEVKI NANNDAN THAKUR JI)

देवकी नंदन ठाकुर जी हिंदू पूराण कथा वाचक, गायक और आध्यात्मिक गुरू है। महाराज 1997 से ही श्री श्रीमद् भागवत कथा, श्री राम कथा, देवी भागवत, शिव पुराण कथा आदि प्रवचन देते आ रहे है। इनका जन्म 12 सितंबर 1978 में उत्तर प्रदेश के मथुरा में ओहवा गांव में 1978 में हुआ था। वे मात्र 6 साल की उम्र में ही घर छोड़कर वृंदावन पहुंच गए थे और ब्रज के रासलीला संस्थान में हिस्सा लिया था। इनकी एक पत्नी और बेटा भी है। 

मृदुल कृष्ण शास्त्री जी (MRIDUL KRISHNA SHASTRI JI)

मृदुल कृष्ण शास्त्री जी भागवत पुराण कथावाचक और प्रसिद्ध भजन गायक है। इन्होने अपनी युवावस्था में का अधिकतर समय बिहारी जी की सेवा में लगा दिया और अपने पिता के साथ भागवत पुराण कथा का वाचन करना शुरू कर दिया था। उन्हें रामचरित मानस की 8000 चौपाईंया कंठस्थ है। मृदुल कृष्ण शास्त्री जी का जन्म 15 वीं सदी के महान संत स्वामी श्री हरीदास जी महाराज के परिवार में वृंदावन में हुआ था। 

गौरव कृष्ण शास्त्री जी (GAURAV KRISHNA SHASTRI JI)

गौरव कृष्ण शास्त्री जी का जन्म 6 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के वृंदावन में हुआ था। गौरव कृष्ण शास्त्री जी  भागवत पुराण  कथावाचक और भजन गायक है। वे प्रसिद्ध कथा वाचक व भजन गायक मृदुल कृष्ण शास्त्री ( MRIDUL KRISHNA SHASTRI JI)  इनके पिता है। गौरव कृष्ण शास्त्री विवाहित है और इनकी एक बेटी और एक बेटा भी है। 

FAQ. भागवत कथा वाचक नाम लिस्ट 2023

Q. गौरव कृष्ण शास्त्री जी व मृदुल कृष्ण शास्त्री जी में क्या रिश्ता है?

मृदुल कृष्ण शास्त्री जी, गौरव कृष्ण शास्त्री जी के पिता है और दोनो ही प्रसिद्ध कथा वाचक व भजन गायक है। 

Q. जगत गुरू स्वामी राम भद्राचार्य में क्या विशेष है?

 जगत गुरू स्वामी राम भद्राचार्य दो माह की उम्र में ही जगत गुरू ने अपनी आंखों की रोशनी को दी थी इसके बावजूद उन्हें आज 22 भाषाएं (22 language) आती है, वे 80 ग्रंथों (80 Granth) की रचना कर चुके है। 

 Q. देवी चित्रलेखा जी कौन है ?

 देवी चित्रलेखा जी कम उम्र की आध्यात्मिक और धार्मिक कथा वाचक है। जो भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री राम की कथा का पाठ करती है।

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